rapidwords.net

Planning a Rapid Word Collection workshop (Hindi)

Rapid Word Collection मॉडल का पालन करना आसान है, किन्तु एक वर्कशॉप, जिसमें 10,000 से अधिक शब्द संकलित किए जाएँगे, का आयोजन और मेज़बानी करना परिश्रम का काम है। SIL का लक्ष्य आपके प्रयासों में आपकी सहायता करना है, बशर्ते कि जो कोश-विषयक डाटा आपने तैयार किया है वह Creative Commons Attribution-ShareAlike license के अन्तर्गत बिना किसी रोक-टोक के उपलब्ध करवाया जाए। साधारण शब्दों में इसका अर्थ यह है कि लोगों को यह स्वतन्त्रता दी जाए कि वे इस डाटा को कॉपी कर सकें, इसका वितरण कर सकें, और गैरव्यावसायिक उद्देश्य से इसे संचारित कर सकें तथा आवश्यकता अनुसार इसे स्वतन्त्रतापूर्वक अपने अनुकूल बना कर आवश्यक परिवर्तन कर सकें।

शब्द-संकलन वर्कशॉप आयोजित करना महँगा पड़ सकता है। जबकि प्रेरणा और प्रयास भाषा समुदाय में से ही आने चाहिएँ, फिर भी सहभागियों के लिए अपने कामकाज छोड़ कर दो सप्ताह या उससे भी अधिक समय के लिए वर्कशॉप में सहायता करने आना कठिन हो सकता है। इसके अतिरिक्त सहभागियों के लिए भोजन और कभी-कभी तो आवास की व्यवस्था भी करनी पड़ती है। SIL International के पास इन सब खर्चों के लिए देने के लिए पैसा तो नहीं है, किन्तु हमारा लक्ष्य यह है कि आपकी इस परियोजना को आर्थिक सयहोग देने वाली ऐसी किसी संस्था के साथ जोड़ दिया जाए जो आपकी भाषा के विकास के प्रति चिन्तित है। आप आर्थिक निवेदन फ़ॉर्म भरने के द्वारा एक RWC वर्कशॉप के आयोजन में होने वाले खर्चे का अनुमान लगा कर दे सकते हैं और हमें आशा है कि हम आपके इस निवेदन को किसी दानी सज्जन और परामर्शक के सामने प्रस्तुत करेंगे, जो इस वर्कशॉप का आयोजन करने में आपकी मदद कर सकता है।

पूर्वापेक्षाएँ

यह जानने के लिए, कि आपका भाषा समूह इस वर्कशॉप का उम्मीद्वार है या नहीं, आपको अपनी भाषा की परिस्थिति का विश्लेषण करना होगा। यह महत्त्वपूर्ण है कि आगे बढ़ने के लिए निम्नलिखित कारक उपस्थित हों:

1. एक उत्प्रेरित भाषा समुदाय

यह महत्त्वपूर्ण है कि अपनी भाषा को सुरक्षित रखने और उन्नत करने में आपके भाषा समुदाय की अपनी रुचि हो। Rapid Word Collection एक ऐसा साधन नहीं है कि किसी लुप्तप्राय भाषा को संरक्षित करने के लिए इसे अन्तिम विकल्प के रूप में प्रयुक्त किया जाए, जबकि ऐसा करने में भाषा समुदाय के अपने लोगों की कोई रुचि है ही नहीं। भाषा समुदाय जितना अधिक उत्प्रेरित होगा, आपको उतने ही अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।

2. एक क्रियाशील वर्तनी

यदि भाषा को पहले से कोई लिखित रूप अर्थात लिपि नहीं दी गई है तो स्वरों और अक्षरों का अनुमान लगाते रहने मात्र से आप ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाएँगे। यहाँ कहने का तात्पर्य यह नहीं है कि वर्तनी प्रामाणिक और प्रकाशन में प्रयुक्त हो चुकी हो। इतना भी पर्याप्त होगा कि यह मात्र कच्चे रूप में उपलब्ध हो, या किसी अन्य भाषा से इतना मेल खाती हो कि उस भाषा के शिक्षित लोग इसे आसानी से लिख सकें।

3. पर्याप्त संख्या में शिक्षित लोग

शब्द-संकलन करने वाली सभी छः टीमों में से प्रत्येक के पास एक-एक लिपिक हो।

4. पर्याप्त संख्या में सहभागी जो दोनों भाषाएँ जानते हों

इस समूह में कम से कम आठ लोग ऐसे होने चाहिएँ जो स्थानीय भाषा और उस भाषा को जानते हों, जिसमें RWC की प्रश्नावलियाँ लिखी गई हैं। (RWC प्रश्नावलियों का अनुवाद लगभग 10 प्रमुख भाषाओं में किया जा चुका है।)

5. एक वर्कशॉप आयोजक

वर्कशॉप का आयोजक एक स्थानीय व्यक्ति होता है जो यह जिम्मेदारी लेता है कि वर्कशॉप आयोजित करने की योजना बनाई जाए, सहभागियों को ढूँढा जाए और उन लोगों को लाने का प्रबन्ध किया जाए जो वर्कशॉप प्रारम्भ होने से पहले तीन दिन का अतिरिक्त प्रशिक्षण लें। (इस समय के दौरान आयोजक को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।)

सहाभगिता

वर्कशॉप के लिए कम से कम 31 सहभागियों की आवश्यकता होती है जो उन विभिन्न कार्यों को पूरा करते हैं जिनके बारे में वर्कशॉप आयोजक निर्देशिका में बताया गया है। ये लोग निम्नलिखित हैं:

  1. आयोजक* (1) – शब्द-संकलन की सकल प्रक्रिया का निरीक्षण करता है
  2. संचालन प्रबन्धक (1) – सहभागियों की सारी आवश्यकताओं की पूर्ति का ध्यान रखता है
  3. अभिलेखी * (1) – प्रगति का लेखा रखता है और सुनिश्चित करता है कि सारा काम डाटा मानकों के अनुसार हो
  4. टीकाकार* (2-4) – संकलित शब्दों पर विस्तृत सम्वाद की भाषा (LWC) में टीका-टिप्पणी करते हैं
  5. टाइपिस्ट* (2-3) – संकलित शब्दों की कम्प्यूटर में प्रविष्टि करते हैं
  6. टीम लीडर* (6) – इनकी जिम्मेदारी यह है कि वे शब्द-संकलन करने वाली टीमों को सही रास्ते पर बनाए रखें और अपनी टीम के सदस्यों के लिए शब्दार्थविज्ञान डोमेन के प्रश्नों का अनुवाद करें।
  7. लिपिक (6) – टीम के वे सदस्य जिनकी जिम्मेदारी यह है कि वे तुरन्त, जैसे ही कोई शब्द विभिन्न सदस्यों द्वारा “ढूँढा” जाता है, उसे लिख लें।
  8. भाषा विशेषज्ञ (12-18) – वे सहभागी जो शब्द-संकलन करते हैं
  9. अक्षरविन्यास विशेषज्ञ (2-3) – विभिन्न लिपिकों या भाषा विशेषज्ञों को, जो स्थानीय वर्तनी में दक्ष हैं, सफाई के अन्तिम सप्ताह के लिए बुलाया जाएगा।

*जिन भूमिकाओं पर सितारे का चिह्न लगाया गया है कि उन्हें वर्कशॉप से पहले के एक सप्ताह में तीन दिन के प्रशिक्षण में आना होगा।

कार्यक्रम

वर्कशॉप से पहले का प्रशिक्षण

अधिकतर ऐसा होता है कि एक परामर्शक वर्कशॉप आयोजक, टीम लीडर्स और अन्य प्रमुख सहभागियों को वर्कशॉप से पहले के सप्ताह में तीन दिन का प्रशिक्षण देने आता है। परामर्शक एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसके पास शब्द-संकलन वर्कशॉप का अनुभव होता है और वह लिखित प्रलेखों में दिए गए निर्देशों को कार्यान्वित करने में आयोजक की सहायता करता है। प्रशिक्षण के इन तीन दिनों की योजना बनाई जाती है जिसमें RWC की पद्यति का परिचय दिया जाता है, परिवेश को सुव्यवस्थित किया जाता है, सामग्री को व्यवस्थित किया जाता है और 1,800 शब्दार्थविज्ञान डोमेन के शीर्षकों का स्थानीय भाषा में अनुवाद किया जाता है। यह परामर्शक शब्द-संकलन की पूरी वर्कशॉप के दौरान वहीं पर रहता है और वर्कशॉप के पहले दिन सहभागियों को प्रशिक्षण देता है। वह आयोजक की सहायता करते हुए शब्द-संकलन प्रक्रिया के दौरान आने वाली किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान करता है। इसके अतिरिक्त वह शब्द-संकलन प्रक्रिया समाप्त होने के अगले सप्ताह में होने वाली डाटा की सफाई का निरीक्षण भी करता है।

वर्कशॉप

जितने भी सहभागी बाहर से आ रहे हैं, वे वर्कशॉप से एक दिन पहले पहुँचें, और स्थानीय लोग वर्कशॉप वाले दिन सुबह आएँ। पहले आधे दिन नए सहभागियों को शब्द-संकलन पद्यति से परिचित करवाया जाएगा, और विभिन्न सरल डोमेन पर काम किया जाएगा। उसी दिन बाद में शब्द-संकलन प्रारम्भ हो जाएगा और इसका आरम्भ सरल डोमेन से किया जाएगा। सहभागियों को चार-चार या पाँच-पाँच की छः टीमों में विभाजित कर दें और निश्चित कर लें कि प्रत्येक टीम के पास एक टीम लीडर तथा एक लिपिक अवश्य हो। शब्दार्थविज्ञान के ये डोमेन और प्रश्न फ़ोल्डर्स की एक शृंखला में व्यवस्थित किए गए हैं, तथा प्रत्येक टीम एक बार में एक ही डोमेन पर काम करती है। फ़ोल्डर्स में RWC की प्रश्नावलियाँ हैं जिन्हें एक साथ नत्थी किया गया है। इनमें परस्पर सम्बन्धित डोमेन और उनके प्रश्नों की एक शृंखला होती है जो इस रीति से तैयार किए गए हैं कि स्थानीय भाषा में शब्द ढूँढने में सहायता करें। हालाँकि डोमेन का विवरण और प्रश्न विस्तृत सम्वाद की भाषा (LWC) में हैं, किन्तु टीम लीडर प्रत्येक डोमेन के विवरण का अर्थ अपनी टीम को (स्थानीय भाषा में) समझाएगा। इस प्रकार जैसे-जैसे भाषा विशेषज्ञ अपने मन में आने वाले शब्दों को अपनी भाषा में बोलते हैं, शब्द-संकलन प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाती है। जब भाषा विशेषज्ञ को उस डोमेन से सम्बन्धित और शब्दों को सोचने में कठिनाई आने लगती है, तब टीम लीडर उस डोमेन से सम्बन्धित और शब्द सोचने में भाषा विशेषज्ञ की सहायता करने के लिए उस हिस्से में दिए गए प्रश्नों में से एक या अधिक प्रश्नों का अनुवाद करके बता सकता है। ये शब्द विशेष रूप से तैयार की गई प्रत्युत्तर शीट पर लिखे जाते हैं। जब शब्दों का बहाव थम जाता है और सभी उत्प्रेरक प्रश्न भी समाप्त हो जाते हैं, तब समूह अगले डोमेन की ओर बढ़ जाता है और अगले डोमेन के शब्दों को अलग प्रत्युत्तर शीट पर लिखा जाता है ताकि एक डोमेन के शब्द दूसरे के साथ मिल न जाएँ। जब एक फ़ोल्डर के सारे डोमेन पर काम कर लिया जाए, तब वह फ़ोल्डर अभिलेखी को सौंप दिया जाता है।

अभिलेखी सारी प्रगति का लेखा एक स्प्रैडशीट पर लिख लेता है, और तब वह फ़ोल्डर टीकाकार को सौंप देता है, जो प्रत्युत्तर शीट पर स्थानीय भाषा में लिखे गए प्रत्येक शब्द या अभिव्यक्ति के सामने विस्तृत सम्वाद की भाषा (LWC) में एक संक्षिप्त टिप्पणी लिख देता है। जब एक टीकाकार एक फ़ोल्डर पर अपना काम समाप्त कर लेता है, तब वह उस फ़ोल्डर को टाइपिस्ट को सौंप देता है, जो उन शब्दों और उनके सामने लिखी गईं टीका-टिप्पणियों को कम्प्यूटर में प्रविष्ट कर देता है। उनके काम के बारे में सार्वजनिक घोषणाएँ करने के द्वारा और उस समय तक की प्रगति के आधार पर यह बताने के द्वारा कि वर्कशॉप के अन्त तक कितने शब्द संकलित किए जाएँगे, टीमों को प्रोत्साहित किया जा सकता है। यदि सारे डोमेन पूरे हो जाने के बाद समय बचा हो, तो आरम्भ के कुछ डोमेन का पुनरावलोकन किया जा सकता है और नए शब्द उनमें जोड़े जा सकते हैं। वर्कशॉप के अन्त में सीधा FLEx या WeSay से शब्दकोश प्रारूपीय ड्राफ़्ट को प्रिण्ट किया जाता है और समापन समारोह के समय उसे प्रदर्शित किया जाता है।

सफ़ाई

यह तो स्पष्ट ही है कि इस बिन्दु तक डाटाबेस में अनेक त्रुटियाँ होंगी। शब्द-संकलन वर्कशॉप में ही इन त्रुटियों को पहचानने में सहायता करने के लिए दो कदम तैयार किए गए हैं। शब्दों पर टीका-टिप्पणी करने वाले लोग और शब्द संकलित करने वाले लोग अलग-अलग थे, और जिन शब्दों के अक्षरविन्यास सही प्रतीत नहीं हो रहे थे उन्हें उन्होंने वहीं पर सुधार दिया था। दूसरा, टाइपिस्ट को भी डाटा प्रविष्टि के समय शब्दों की पाठ्यता की पुष्टि करनी थी। खेद इस बात का है कि इतना होने पर भी कुछ त्रुटियाँ शेष रह जाएँगी। इसलिए वर्कशॉप को यहीं समाप्त करने की अपेक्षा कुछ लिपिक या भाषा विशेषज्ञ, जो स्थानीय वर्तनी को अच्छी रीति से समझते हैं, एक अतिरिक्त सप्ताह के लिए रुक जाएँगे। वे ड्राफ़्ट कागज़ात पर हाथ से ही सुधार करेंगे, और टाइपिस्ट उन सुधारों की प्रविष्टि डाटाबेस में करेगा। इस अन्तिम सप्ताह के अन्त तक डाटा पहले से कहीं अधिक साफ़ अवस्था में आ जाना चाहिए। उसके बाद इसकी दो या तीन प्रतियाँ प्रिण्ट की जाएँगी और इस ड्राफ़्ट के विवरण के साथ भाषा समुदाय में भेज दी जाएँगी। डाटाबेस प्रयोजक संस्था या मध्यस्थ को सौंप दिया जाएगा कि अगले 30 दिनों के भीतर ही इसे इण्टरनेट पर डाल दिया जाए।

जारी कार्य

जो कम्प्यूटर शब्द-संकलन वर्कशॉप के लिए उपलब्ध करवाए जाएँगे, उनमें WeSay या FLEx कोश-विषयक डाटाबेस प्रोग्राम डाला गया होगा, और ये कम्प्यूटर वर्कशॉप के बाद उसी भाषा समुदाय के पास रहेंगे। इस सामूहिक कार्य को आगे बढ़ाते हुए इस सॉफ़्टवेयर की सहायता से शब्द भेद, व्याकरणिक जानकारी, उदाहरण वाक्य और सम्पूर्ण परिभाषा जोड़ी जा सकेगी। एक वेब पोर्टल पर अभी काम जारी है ताकि इस डाटा को किसी भी वेब ब्राउज़र से सम्पादित किया जा सके। क्योंकि यह डाटा Creative Commons license के अन्तर्गत सुरक्षित है, इसलिए यह उस समुदाय की भाषा के विकास के किसी भी प्रकार के प्रयास के लिए उपलब्ध रहेगा।

हिन्दी
© SIL International: 
Creative Commons Licence